Meerut Crime News In Hindi मेरठ में खाकी की तानाशाही के दो मामले सामने आए हैं। एक मामले में वीडियो वायरल हुआ है जिसमें दारोगा युवक से ठोकने की बात कर रहा है। इस वीडियो की जांच एसएसपी ने कराने के आदेश दिए हैं। वहीं एक दूसरे मामले में छात्र से सिपाही ने अभद्रता की है। जिस पर थाने में हंगामा हुआ।
मेरठ, रजबन बाजार स्थित करियप्पा रोड पर जर्जर मकान का हिस्सा ध्वस्त करने पहुंची कैंट बोर्ड की टीम से मंगलवार को एक युवक ने बदसलूकी की। हंगामा बढ़ने पर टीम ने पुलिस को सूचना दे दी। तभी दारोगा ने युवक को समझाने की कोशिश की तो युवक ने पुलिसकर्मियों से भी अभद्रता करनी शुरू कर दी। इसी बीच दारोगा सौरज सिंह ने युवक से बोला कि ठोक दूंगा। हंगामा बढ़ने पर कैंट बोर्ड की टीम को वापस लौटना पड़ा। इस मामले में इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो प्रसारित हो रहा है।
एसएसपी बोले, करा रहे जांच
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण का कहना है कि वायरल वीडियो की जांच कराई जा रही है। वहीं कैंट बोर्ड की टीम ने भी सरकारी काम में बाधा, अभद्रता समेत आरोप लगाते हुए संबंधित युवक के खिलाफ तहरीर दी है। आरोपों की जांच कर निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी।
पल्लवपुरम में सिपाही ने लाइब्रेरी में छात्र को जड़े थप्पड़
!पल्लवपुरम में लाइब्रेरी में पढ़ाई के दौरान पल्लवपुरम थाने के एक सिपाही ने छात्र को थप्पड़ जड़ दिए। पीड़ित छात्र ने आरोपित सिपहाी के खिलाफ साथियों संग थाने पहुंचकर कार्रवाई की मांग करते हुए तहरीर दी। मगर, पुलिस ने तहरीर लेने से इंकार कर पीड़ित को भगा दिया। पीड़ित छात्र एसएसपी से मिलकर प्रकरण की शिकायत करने की बात कह रहा है।
सिपाही भी आता है पढ़ने
दौराला क्षेत्र में गांव पबरसा निवासी छात्र ने बताया कि वह पल्लवपुरम के पैंठ बाजार रोड पर ए-वन लाइब्रेरी में अध्ययन करने के लिए जात है। वहीं पर पल्ल्वपुरम थाने में तैनात सिपाही भी पढ़ने आता है। पीड़ित छात्र की मानें तो मंगलवार को जब वह लाइब्रेरी में पढ़ाई कर रहा था, तभी वहां पर सिपाही पहुंच गया। पढ़ाई के दौरान किताब को लेकर सिपाही की छात्र से झड़प हो गई। तभी सिपाही ने छात्र को कई चांटे रसीद कर दिए। थाने ले जाकर केस दर्ज कर भविष्य खराब करने की सिपाही ने धमकी दी।
थाने पर नारेबाजी
आरोपित सिपाही वहां से चला गया। उसके बाद पीड़ित छात्र ने अपने स्वजन और दोस्तों से प्रकरण बताया। भारी संख्या में लोगों की भीड़ पीड़ित छात्र के साथ थाने पहुंचे और नारेबाजी करते हुए आरोपित सिपाही के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। हंगामा होने पर आरोपित सिपाही पीड़ित छात्र को शांत रहने और माफी मांगने की बात कहने लगा। जिस पर पीड़ित ने इंकार कर दिया।