हिंदू समाज के लड़के अगर मुस्लिम समाज की लड़कियों से विवाह करेंगे, तो हिंदू समाज की विवाह से वंचित लड़कियां कौन सा रास्ता अपना आएंगी? मुस्तकीम मंसूरी
बरेली, बीते बृहस्पतिवार को हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर विश्व हिंदू परिषद की फायर ब्रांड नेत्री साध्वी प्राची ने अपने बरेली आगमन पर सर्किट हाउस में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि मुस्लिम लड़कियां हिंदू लड़कों से शादी करें तो होंगे कई फायदे, जिस पर पलटवार करते हुए ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस के राष्ट्रीय महासचिव मुस्तकीम मंसूरी ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद की फायरब्रांड नेत्री साध्वी प्राची द्वारा दिया गया बयान उनकी अज्ञानता और उनके मानसिक दिवालियापन को दर्शाता है| मुस्तकीम मंसूरी ने साध्वी प्राची से सवाल करते हुए कहा स्त्री और पुरुष की आबादी के अनुपात अनुसार 55% पुरुषों और 45% स्त्रियों के के बीच 5% का अंतर पाया जाता है|
अगर साध्वी प्राची के कथन अनुसार हिंदू समाज के लड़के मुस्लिम समाज की लड़कियों से अधिक से अधिक संख्या में शादियां करते हैं,तो वह हिंदू समाज की लड़कियां जो विवाह से वंचित रह जाएंगी| वह कौन सा रास्ता अपनाएंगी?क्या साध्वी प्राची ने इस पर कभी गौर किया है| अगर नहीं किया है?तो साध्वी प्राची इस पर गंभीरता पूर्वक विचार करें, इसके साथ ही हिंदू समाज की लड़कियों के माता और पिता को भी साध्वी प्राची के इस कथन पर गंभीरतापूर्वक विचार करना होगा| मुस्तकीम मंसूरी ने कहा कि साध्वी प्राची का यह कहना कि जो हिंदू समाज के लड़के मुस्लिम समाज की लड़कियों से शादी करेंगे उनको जीवन यापन करने के लिए पांच लाख रुपए दिए जाएंगे| तो साध्वी प्राची को यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि यह पांच लाख सरकार देगी क्या स्वयं साध्वी प्राची द्वारा दिए जाएंगे| मुस्तकीम मंसूरी ने कहा अगर साध्वी प्राची हिंदू समाज की सच्ची हितैषी हैं तो उन्हें धर्मांतरण की बात ना कह कर यह घोषणा करना चाहिए थी के हिंदू समाज के वह गरीब परिवार जो धन अभाव के कारण अपनी बहन बेटियों की शादियां नहीं कर पा रहे हैं ऐसे परिवारों को विश्व हिंदू परिषद की ओर से पांच लाख रुपए दिए जाएंगे तब तो साध्वी प्राची को हिंदू समाज का हितेषी समझकर उनकी घोषणा स्वागत योग्य होती| परंतु साध्वी प्राची हिंदू हितैषी नहीं है, साध्वी प्राची की हिंदू विरोधी सोच उनके मानसिक दिवालियापन को दर्शा रही है| मुस्तकीम मंसूरी ने कहा साध्वी प्राची को हिजाब, लिबास, तलाक और हलाले की चिंता मुस्लिम समाज पर छोड़ कर,हिंदू समाज की बहन बेटियों की चिंता करना चाहिए| साध्वी प्राची हिंदू मुस्लिम की राजनीति करने से बाज़ आएं| मुस्तकीम मंसूरी ने कहा हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर साध्वी प्राची को कार्यक्रम में बुलाया गया था| परंतु साध्वी प्राची ने हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर हनुमान और राम के चरित्र पर चर्चा ना करके हिंदू मुस्लिम पर चर्चा करके इस बात को दर्शा दिया कि वह अज्ञानी है| अगर उन्हें हनुमान और राम के चरित्र का ज्ञान होता तो हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर हनुमान और राम के चरित्र पर चर्चा करने के साथ ही हिंदू समाज के हितों की बात करती|