ख्वाजा अजमेर दरगाह बम ब्लास्ट में दोषियों को बरी किए जाने पर खामोश रहने वाले अशोक गहलोत जयपुर ब्लास्ट में राजस्थान हाई कोर्ट द्वारा 4 मुस्लिम नौजवानों को बाइज्जत बरी किए जाने पर सुप्रीम कोर्ट जाएंगे, आखिर क्यों?
लखनऊ, ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस के राष्ट्रीय महासचिव मुस्तकीम मंसूरी ने वर्ष 2008 में हुए जयपुर सीरियल बम ब्लास्ट में आरोपी बनाए गए चारों आरोपियों को राजस्थान हाई कोर्ट द्वारा बाइज्जत बरी किए जाने के फैसले का स्वागत करते हुए कहा की राजस्थान हाईकोर्ट के फैसले से चार परिवारों की अंधेरी जिंदगी में खुशियां वापस आ गई है| वही राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी मुस्लिम विरोधी मानसिकता को जाहिर करते हुए राजस्थान हाई कोर्ट द्वारा बाइज़्ज़त बरी किए गए चारों नौजवानों के खिलाफ हाई कोर्ट राजस्थान के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की घोषणा से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बहुत संख्यक समाज में कुछ राजनीतिक लाभ तो मिल सकता है| परंतु आगामी लोकसभा चुनाव में गहलोत के फैसले का कांग्रेस को कितना नुकसान होगा शायद इसका अंदाजा अशोक गहलोत को नहीं है|
मुस्तकीम मंसूरी ने कहा हाईकोर्ट ने जयपुर ब्लास्ट केस में एटीएस के अधिकारी पर गंभीर सवाल उठाए थे, अदालत ने कहा था की कई सुबूत जाली दिखाई देते हैं, जांच अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, वही गहलोत सरकार एटीएस अधिकारियों की जांच कराने के बजाएं हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की तैयारी कर रही है| इससे ऐसा प्रतीत होता है कि कांग्रेस के अंदर भी संघ की मानसिकता के लोग मौजूद है| जिनके कारण कांग्रेस कमजोर और भाजपा मजबूत हो रही है|
मुस्तकीम मंसूरी ने कहा ख्वाजा अजमेर दरगाह बम ब्लास्ट में जिन दोषियों को बरी किया गया था| उस फैसले के खिलाफ मोदी सरकार ने अपील नहीं की तब गहलोत सरकार चुप क्यों थी? इससे तो आपको अंदाजा हो गया होगा कि कांग्रेस का दिल किसके लिए धड़कता है| मुस्तकीम मंसूरी ने कहा की जुनैद नासिर को जिन आतंकियों ने जिंदा जलाया उन्हें तो गहलोत सरकार पकड़ नहीं सकी और अब तक जिन बेगुनाहों को सालों बाद कोर्ट रिहा किया है, उनके खिलाफ अपील करने निकले अशोक गहलोत की मुस्लिम विरोधी मानसिकता का प्रमाण है यही कारण है की जुनैद और नासिर के हत्यारे अभी तक फरार है|
मुस्तकीम मंसूरी ने कहा ऐसी ही मानसिकता के लोगों की वजह से कांग्रेस अपनी अंतिम सांसे गिन रही है| ऐसे लोगों और ऐसी पार्टियों से मुसलमानों को न्याय की उम्मीद नहीं रखना चाहिए|