दिल्ली व पश्चिमी उत्तर प्रदेश की तेली बिरादरी चमक-दमक और दिखावे की खातिर बर्बाद.नागौरी तेलीयान बिरादरी का सामूहिक विवाह एक अच्छा पैगाम
दिनांक 2 सितंबर 2022 जुमा को बाद नमाज असर *नागौरी तेलियान समाज की 30 अक्टूबर 2022 को होने वाले {11वें } इग्याहरवें सामूहिक विवाह समारोह* की 17वीं मीटिंग संजोग भवन में रखी गई । जिसकी सदारत हाजी सैयद कासिम अली साहब जेईएन ने की । 1. पिछली कार्यवाही व पूर्व के नियमों को उपस्थित लोगों के सामने बताया गया । सूरा कमेटी के सभी एक सौ सदस्यों को सूचना देने के बावजूद आज भी केवल 40 सदस्यों ने ही शिरकत की । बाकी 60 लोग की गैर मौजूदगी रही । समाज के नोजवानो ने अपनी बात रखते हुए लगातार निष्क्रिय रहने वाले सदस्यों को हटाकर मेहनती व जागरूक लोगो को शामिल करने की मांग रखी । लेकिन मीटिंग के अंदर समाज के युवा और बुजुर्ग सहीत करीब 150 लोगों ने हिस्सा लिया । आज तक 27 दुल्हनों के नाम पंजीकृत हो चुके हैं आज पंजीकृत हुए नामों में मरकज मस्जिद से चौधरी अब्दुल मजीद राठौड़ की दो पोतिया, सैयद मोहम्मद अली साहब नूरानी मस्जिद की दो पोतिया, मोहम्मद हसन गोरी साहब चुंगी चौकी की दो पोतिया व समसुद्दीन गौरी साहब सर्वोदय बस्ती की एक पोती का नाम भी पंजीकृत हुआ । *समाज़ द्वारा विधिवत रूप से तारीख तय करने {गाँठे बांधने की रसम} इंशा अल्लाह 30 सितंबर 2022 वार जुमा बाद नमाज इशा संजोग भवन* पंडित धर्म कांटे के पास रखने का फैसला आमजन की राय से लिया गया । अगली मीटिंग दिनांक 9 सितंबर 2022 को संजोग भवन में रखने का तय हुआ ।
*अस्सलामु अलैकुम* राजस्थान राज्य का भारत-पाक सीमावर्ती जिला बीकानेर जो अपने आप में विशिष्ट पहचान रखता है । विश्व भर में यहां के रसगुल्लों की मिठास और आपसी बोलचाल में भुजिया और नमकीन चटखारापन अपने आप में बेमिसाल है । आज तक कभी भी किसी भी तरह का सांप्रदायिक उन्माद का ना होना अपने आप में शांत शहर होने का प्रतीक भी है ।इसीलिए देशभर के लोग जब यहां आते हैं यहीं के निवासी होकर रह जाते हैं । लेकिन आज हम बात करते हैं बीकानेर शहर मैं लगभग 8000 व जिले में समाज की आबादी 20000 से 22000 तेली बिरादरी की जिनका इस साल सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित होना है ।
बहुत ही खुशी की बात है कि बीकानेर नागौरी तेलियान समाज का 11वां सामूहिक विवाह सम्मेलन 30 अक्टूबर 2022 को होने जा रहा है । अब तक हुए सभी समारोह में समाज के हर शख्स ने अपने स्तर पर कड़ी मेहनत की है, जिससे सभी कार्यक्रम बहुत ही खूबसूरत तरीके से आयोजित हुए हैं।
। बीकानेर में होने वाली इज्तिमाई शादी की खास बात यह है कि इसमें नागौरी तेलियान बिरादरी का पूरे भारत में रहने वाला कोई भी व्यक्ति आमंत्रित है । इसमें केवल पैसों के हिसाब किताब के लिए टेम्परेरी कैशियर ही बनाया जाता है। आज तक कभी अध्यक्ष सेक्रेटरी नहीं बनाए गए। बीकानेर शहर में रह रहे लोगों की सर्वप्रथमशूराकमेटी बनाई जाती है शूराकमेटी में समाज का व्यक्ति चाहे वह देश के किसी भी हिस्से का बीकानेर शहर में आकर यहां निवास कर रहा है ,उसको शामिल किया जाता है । कमेटी के सदस्यों के साथ मीटिंग में मौजूद सभी लोगों को अपनी राय रखने का अधिकार होता है । लेकिन उस मीटिंग में सभी की राय मालूम कर उसी मीटिंग की सदारत कर रहे सदर साहब अपना फैसला बता देते हैं । जिस पर आज तक सभी लोग सहमत होते आए हैं ।
मीटिंग के बाद आजकल नौजवानों में मोबाइल पर हर रोज नई चर्चा शुरू हो जाती है। लेकिन निहायत अफसोस है कि हम लोग मीटिंग में पहुंचने का समय नहीं निकाल पाते । कई बार यह विषय इतना गंभीर हो जाता है जिससे परिवारिक वह आपसी मनभेद के साथ मनमुटाव शुरू हो जाता है । लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए ।उसमें हम सभी लोग प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से शामिल है। मेरी गुजारिश है आप सभी साथियों से किसी भी तरह की किसी से अगर कोई गलती हो गई है तो आप हम सभी इसे भुलाकर इस काम को अच्छी तरीके से अंजाम दें ।
अब्दुल रऊफ राठौड़
सदस्य
सामुहिक विवाह कमेटी
नागौरी तेलीयान समाज
बीकानेर । राजस्थान
कमेटी के अब्दुल रऊफ राठौड़ ने बताया कि दूल्हा-दुल्हनों ने ग्यारह अलग-अलग मस्जिदों मदरसों के मौलवी अनीस अहमद, कारी मो.फारूक, मो.इमरान मजाहिरी, मुनीर अहमद, मुफ्ती मो.साबिर, इस्लामुद्दीन, सईद अहमद, मो.कासिम कादरी, मो. साबिर कादरी मौलाना अरशद के साथ ही कमेटी द्वारा नियुक्त 55 गवाहों वकीलों के समक्ष निकाह कुबूल किया। निकाह स्थल पर सम्मेलन की शुरूवात तिलावते कलामे पाक बारगाहे रब में कार्यक्रम के सफल आयोजन की दुआ मांगी गई।
इस मौके पर इस्लामी विद्वानों ने इस्लाम शादी विषय पर विचार व्यक्त करते हुए फिजूल खर्ची को रोकने सादगी से विवाह करने की बात करते हुए मोहम्मद साहब के आदर्शों सिद्धांतों का अनुसरण करते हुए विश्व में शांति भाईचारे को कायम करने का आह्वान किया। सामूहिक विवाह सम्मेलन में 14 बारातें बीकानेर से बाहर से आई। इस अवसर पर विवाह स्थल पर सबसे पहले पहुंचने वाले तीन दूल्हों को नगद राशि का उपहार प्रदान किया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य कमेटी के 85 सदस्यों के साथ ही समाज के करीब 900 युवा कार्यकर्ताओं ने सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम के दौरान सभी 78 दुल्हनों को गुलजार राठौड़ मो.जमील सिंधी की ओर से कुरान शरीफ शोएब अली सिंधी की ओर से जा-नमाज तथा सैयद अहमद अली की ओर से धार्मिक पुस्तकें उपहार स्वरूप प्रदान की गई। सामूहिक विवाह सम्मेलन को सफल बनाने में हाजी अब्दुल मजीद खोखर, एड.अनवर अली, हाजी मो.हारून राठौड़, वली मो.गौरी, नदीम अहमद नदीम आदि ने विभिन्न व्यवस्थाओं में सहयोग दिया।
हसनैन चेरिटेबल ट्रस्ट में हुए सामूहिक विवाह सम्मेलन में पहुंचे दूल्हे।
सामूहिक विवाह में निकाह कबूलने के बाद सेल्फी लेते दुल्हनेंं।
इन्होंने दिया दुल्हा-दुल्हनों को आशीर्वाद
रामेश्वरलाल डूडी, विश्वनाथ मेघवाल, डॉ.बी.डी.कल्ला, भवानी शंकर शर्मा, सत्यप्रकाश आचार्य, यशपाल गहलोत, भंवरसिंह भाटी, मकसूद अहमद, जनार्दन कल्ला, नंदकिशोर सोलंकी, हाजी जियाउर रहमान आरिफ, राजकुमार किराड़ू, मुमताज अली भाटी, जावेद पडि़हार, डॉ.अबरार पंवार, इकबाल समेजा, सलीम सोढा, सुनीता गौड़, गोपाल गहलोत, वल्लभ कोचर, पाबूदान सिंह राठौड़, शहर काजी मुश्ताक अहमद, फरमान अली, रमजान मुगल, अनवर अजमेरी आदि।