हजरत शाह शराफत अली मियां के 55 वें उर्स में जश्ने हज़रत शाह शराफ़त अली मियां का सिलसिला शुरू,
बरेली से मुस्तकीम मंसूरी की रिपोर्ट,
बरेली, आज बतारीख़ 29 सितंबर 2022 बरोज़ जुमेरात मुताबिक 2 रबीउल अव्वल शरीफ़ हर साल की तरह मोहल्ला भूड़ पर हज़रत शाह सक़लैन एकेडमी की जानिब से "जश्ने शाह मौलाना शराफ़त अली मियां रहमतुल्लाह अलैह" मनाया गया। प्रोग्राम का आग़ाज़ ईशा की नमाज़ के बाद रात 9 बजे तिलावते कलामे पाक से किया गया।
प्रोग्राम पीरो मुरशिद शाह मुहम्मद सक़लैन मियां (मियां हुज़ूर) की सरपरस्ती में हुआ।
प्रोग्राम के खुसूसी मुकर्रिर मौलाना आफ़ाक़ सकलैनी मुजद्दिदी ने आमदे माहे रबिउन्नूर की फज़ीलत और सरकारे दो आलम नबी ए मुकर्रम हुज़ूर सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम की शाने नबूव्वत और आपकी अज़मतों पर रौशनी डालते हुए बताया कि अगर आप तशरीफ़ न लाए होते तो सारी दुनिया जिहालतों के अंधेरों में डूबी हुई होती, आपकी तशरीफ़ आवरी से पूरी दुनिया को एक बा उसूल और बेहतर ढंग से ज़िन्दगी गुज़ारने का सलीका मिला।
इसके बाद हसीब सक़लैनी ने अपनी खूबसूरत दिलकश आवाज़ में नात व मनकबत शरीफ़ के शानदार कलाम पेश किए और अकीदतमंदों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
प्रोग्राम के बीच-बीच में अदब ओ एहतराम के साथ "आमदे सरकारे दो आलम स., जश्ने ईद मीलाद उन्नबी और उर्से शाहे शराफ़त के पुरकैफ नारे गूंजते गए।
प्रोग्राम देर रात तक जारी रहा जिसमें काफी तादाद में ज़ायरीन ने शिरकत की, इस मौके पर तमाम ज़ायरीन के लिए लंगर का भी उमदा एहतिमाम किया गया।
आखिर में सलात ओ सलाम पढ़ा गया, मुल्क के अमन ओ सुकून व मुसलमानों उरूज ओ सलामती के लिए खुसूसी दुआएं हुईं। इसके बाद फातिहा ख्वानी की गई और तमाम हाज़रीन को तबर्रुक तकसीम किया गया।
प्रोग्राम के आयोजक जनाब सलीम सकलैनी, तस्लीम सकलैनी, दानिश सकलैनी आदि की दिख-रेख़ में संपन्न हुआ।
प्रोग्राम में खास तौर पर मुख्तार सकलैनी, हाफ़िज़ गौसी सकलैनी, मौलाना नफीस सकलैनी, हाफ़िज़ जाने आलम, मुनीफ़ सकलैनी, हाजी लतीफ़ सकलैनी, इंतज़ार सकलैनी, मज़हर सकलैनी, आफ़ाक़ सकलैनी, ज़िया सकलैनी, हसीब सकलैनी, अरवाज सकलैनी, इमरान सकलैनी, फारूक सकलैनी, शकील सकलैनी आदि मौजूद रहे
*नोट* कल दिनांक 30 सितंबर मुताबिक 3 रबीउल अव्वल शरीफ़ मोहल्ला गुलाब नगर घोसियो वाली मस्जिद के पास बाद नमाज़ ईशा रात 8 बजे जश्ने शाह शराफत अली मियां मनाया जायेगा।