देश आस्था पर चलेगा या संविधान के हिसाब से चलेगा। कहा कि यह कौन तय करेगा कि गोश्त खाएं या नहीं खाएं- ओवैसी
एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि “आज हो यह रहा है कि मुसलमानों के खिलाफ नफरत पैदा करो, मुसलमानों के खिलाफ मेजारिटी में खौफ पैदा करो, मुसलमानों को डरा कर रखो, मुसलमानों को दबाकर रखो, मुसलमानों को सेकंड ग्रेड सिटीजन बनाकर रखो, यही तो साजिश हो रही है, यही तो हो रहा है।
आईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि “अगर देश आस्था पर चलेगा तो रमजान के दौरान शराब की दुकानों को देशभर में बंद कर दीजिए। कौन रोक रहा है। उन्होंने पूछा कि देश आस्था पर चलेगा या संविधान के हिसाब से चलेगा। कहा कि यह कौन तय करेगा कि गोश्त खाएं या नहीं खाएं।” जेएनयू में हुई घटना पर उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि वहां क्या हुआ, लेकिन हिंसा की निंदा करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि देश में फासिस्टवाद बढ़ रहा है। कानून का शासन खत्म हो रहा है।
आजतक न्यूज चैनल से बात करते हुए एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि “आज हो यह रहा है कि मुसलमानों के खिलाफ नफरत पैदा करो, मुसलमानों के खिलाफ मेजारिटी में खौफ पैदा करो, मुसलमानों को डरा कर रखो, मुसलमानों को दबाकर रखो, मुसलमानों को सेकंड ग्रेड सिटीजन बनाकर रखो, यही तो साजिश हो रही है, यही तो हो रहा है।
कहा कि किसी के घर को तोड़ दिया और हम आपसे शिकायत करें। किसके खिलाफ शिकायत करें। न तो आपने हमें नोटिस दिया और न ही आप हमें बताते हैं कि किस लिए तोड़ा। गरीबों का घर तोड़कर आपको खुशी मिलती है। आपको इत्मिनान मिल रहा है खुशी मिल रही है किसी गरीब के घर को तोड़ करके। कहा कि आप जज है, जूरी हैं और वकील आप खुद ही हैं। आप किस कानून के तहत यह मकान तोड़ रहे हैं।उन्होंने पूछा, “आप होते कौन हैं। जज किसलिए हैं, पुलिस किसलिए है। यह कलेक्टिव पनिशमेंट मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार मुसलमानों को दे रही है। इसी के खिलाफ तो हम हैं न, असदुद्दीन ओवैसी कोई मायने नहीं रखता है। छोड़ दीजिए ओवैसी को, मैं एक दीवाना हूं, दीवाना ही रहूंगा। मगर ये नाइंसाफी को कैसे कौन देखेगा, बताइए आप।”