गाजियाबाद शहर में इन दिनों हर नियम काननू को ताख पर रख कर गली मोहल्लों और प्रमुख जगहों पर होटल व्यवसाय की आड़ में अय्याशी के अड्डे खुले हुए हैं जहां लोग अपनी अय्याशी पूरी करने के लिए लड़कियों को लाते हैं और होटल वाले सब कुछ जानते हुए भी पाप कमा रहे हैं। साहिबाबाद थाना क्षेत्र में तो एक नाबालिग लड़की से एक अय्याश युवक ने बलात्कार कर डाला। यह बलात्कार किसी जंगल में नहीं बल्कि एक होटल में हुआ है जिसका ब्रांड नाम अय्याशी के लिए आम आदमी जानता है।
बात है राजेंद्र नगर में खुले एक oyo होटल की। इस होटल के संचालक पर आरोप है कि वह अपनी कमाई की खातिर जानबूझकर अय्याशी के लिए लोगों को एक-दो घंटे के लिए कमरा बुक करा करता है और मोटी कमाई के साथ समाज में व्यवहार पुरुष रहा है। इस होटल में अय्याशी नहीं हुई बल्कि एक नाबालिग लड़की का बलात्कार हुआ है। उस किशोरी की चीत्कार न उस अय्याश युवक को झकझोर सकी न होटल मालिक का प्रबंधन और होटल की दीवारें उसके साथ हुई जुल्म और ज्यादती का प्रतिकार कर सकीं। समझने वाली बात है की यह बलात्कार नाबालिक लड़की के साथ किसी जंगल में नहीं हुआ बलकी एक तथाकथित होटल में हुआ है जिसे अय्याशी का अड्डा कहा जाए तो कोई बुरी बात नहीं होगी।
किसी भी शहर में देख लें तो पता चलेगा के ओयो नाम के होटल खोलने की एक बाढ़ सी आई हुई है और इनके बारे में कहा यह जाता है यह अपने ग्राहकों को एक-दो घंटे यहां तक कि नही बल्कि आधे घंटे के लिए भी कमरा बुक करते हैं। यह बात समझ से परे है की होटल का प्रबंधन किन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए किया जाता है और उसका प्रयोग किस तरह से हो रहा है आखिर जिला प्रशासन और पुलिस अपनी आंखें क्यों मुझे बैठी है और इस ओयो ब्राड के होटलों पर क्यों नहीं छापेमारी होती, क्यों नहीं सीलबंद किया जाता, यह सवाल जनमानस के अंदर है। लोगों का यहां तक कहना है कि इन होटलों के मालिकों के पास होटल संचालन का लाइसेंस भी नहीं है लेकिन फिर भी चल रहे हैं । इससे साफ है कि भ्रष्टाचारियों की सरपरस्ती में यह सब कुछ हो रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के यह संज्ञान में लाना चाहिए कि उनकी ईमानदार की छवि को यहां गाजियाबाद जनपद में पुलिस प्रशासन के बैठे कुछ अधिकारी धता रहे हैं। ऐसा भी नही हैं की इन होटलों के बारे में जिलाप्रशासन को नही पता है ।