साबिर सलमानी की रिपोर्ट
सरधना (मेरठ) सूफी अशरफ अली रहमतुल्लाह एलैही का 14 वा उर्स मुबारक मजार शरीफ पर चादर गुल पोशी के बाद कुरान की तिलावत कर ख़तम फातिहा पढ़ा गया। हमारे देश में जो करोना की बीमारी फैल रही है अल्लाह तू उसको हमारे मुल्क उससे दूर फरमा। हमारे मुल्क में अमन कायम फरमा। हम सब हिंदुस्तानियो में प्यार मौहब्बत अता फरमा।
हमारे रोजगार में बरकत अता फरमा। आने वाली बीमारियों को हमसे दूर फरमा। हमें हलाल रोजी अता फरमा। हम सबको आपस में मोहब्बत से रहने की तौफीक अता फरमा। अपने बड़ों से मोहब्बत करने वाला बना दे। हमें अपने मां-बाप का फरमाबरदार बना दे। जो कर्ज में गिरफ्तार है उनको कर्जे से अदायगी अता फरमा। जो परेशान हैं उनकी परेशानियों को दूर फरमा। जिनके घर में जवान बेटी और बेटे बैठे हुए हैं उनके रिश्तो के असबाब बना दे मौला। जिनके कारोबार नहीं है उनका कारोबार चला दे।मौला ए अल्लाह जो मांगा है वह भी, जो मांगने से रह गया है वह भी हम सब की दुआओं को अपने महबूब के सदके में कबूल और मंजूर फरमा। दूरदराज से सूफी संत उर्स मुबारक में पहुंचे बड़ी सादगी से उर्स मनाया गया। संत महिंद्र संत राजेश, सूफी डॉक्टर मुस्तकीम शाह मियां साहब ने उर्स मुबारक में आने वाले सभी पीर भाइयों और मेहमानों का शुक्रिया अदा किया। कव्वाली और रंग के बाद में उर्स का समापन हुआ। सूफी सलीम शाह नहाली ,सूफी महमूद मलिक, सूफी जमील शाह भूनी,
सूफी मोमिन शाह, सूफी इरफान शाह, सूफी अली मोहम्मद , सूफी जहीर,सूफी नानू मियां साहब,सूफी रोजू शाह,सूफी बाबू शाह,सूफी मुस्तकीम शाह खतौली, सूफी शरफू शाह ,सूफी इब्राहिम शाह, सूफी सलीम खतौली,सूफी असलम शाहआजाद नगर, सूफी वफाक अहमद अंसारी राजशाही आदि मौजूद रहे।