*मूल निवासियों को गरीब करने के लिए बने त्योहार फिजूल खर्च न करें महंगाई कर बी जे पी सरकार देश के साथ कर रही खिलवाड-गादरे*
मेरठ:-महंगाई से बी जे पी सरकार का लाभ ही लाभ मूल निवासियों को और भूखो मरने पर मजबूर कर दिया।
बहुजन मुक्ति पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी एवं मेरठ मंडल अध्यक्ष आर डी गादरे ने कहा कि बढती हुई लगातार महंगाई को मूल निवासियों के ऊपर अत्याचार किया जा रहा है।
आने वाले दिनों में देश की एक बड़ी आबादी की जान घर परिवार की मूलभूत जरूरतों को पूरा करने में ही निकल जानी है।
ईंटे सीमेंट सरिया और घर बनाने के लिए जरूरी हर समान में सिर्फ पिछले 2 साल के दौरान ही 50 से 100% से ज्यादा की बढ़ोतरी हो गई है? फल सब्जियां, खाने का तेल, LPG और CNG सहित हर चीज बहुत ज्यादा महंगी हो चुकी है। जानकारों के मुताबिक अभी ये कीमतें रुकने वाली नहीं है। जनता की तरफ से कीमतों पर एक अजीब सी खामोशी छाई हुई है। आम लोगों के पास बहुत धन आ गया हो ऐसा भी नहीं है,भारत में आज भी 65 करोड़ से ज्यादा लोग घोर अभाव में जीवन बसर करते हैं?
प्रचारतंत्र की शक्ति अगर किसी को समझनी है तो उसे मोदी सरकार से ट्यूशन लेना चाहिए। मनोविज्ञान से आम जनमानस के मस्तिष्क से खेलकर उन्हें अहम मुद्दों से बहुत दूर दूसरी ही चीजों में व्यस्त कर दिया गया है। बेरोजगारी, बिकते हुए Psu से ज्यादा जनता ये जानने में दिलचस्पी ले रही है कि तालिबान का लीडर मुल्ला बिरादर किधर गुम है, उन्हें अपने निर्वाचन क्षेत्र से गायब रहने वाले सांसद से कोई मतलब नहीं। पाकिस्तान में 400 रुपए किलो की दर से बिकते टमाटरों की खबर 210 रुपए लीटर सरसों के तेल पर भारी है। बड़े बड़े विशेषज्ञ TV चैनलों पर दिन रात हिन्दू मुस्लिम सिक्ख, चीन पाकिस्तान, और 'देशद्रोही कौन?' जैसे बेमानी मुद्दों पर चर्चा करते पाए जाते हैं। जादूगर जैसे आंख बांध देते हैं, वैसे ही लोगों की आंखों में धूल झोंकने का काम मीडिया कर रहा है।
वाकई मेरा भारत बदल रहा है...इसके सपनों की उड़ान उतनी ही ऊंची है जितना ऊंचा मीडियाई आसमान है.?
आर डी गादरे ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को समानता का अधिकार हक शिक्षा एक समान न्याय व्यवस्था सुचारू रूप से करने का कार्य केवल बहुजन मुक्ति पार्टी जो 100 रुपये के स्टाम्प पेपर पर लिखकर देती है। आने वाली 14 नवम्बर को इटावा चलो उत्तर प्रदेश बचाओ। जागो मूल निवासियों बाहर निकलो मकानों से जागो जंग लडो बेईमानो से जय मूल निवासी।