हैदराबाद। एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को भारतीय क्रिकेट टीम को पाकिस्तान के साथ टी-20 मैच खेलने की इजाजत देने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना की है। ओवैसी ने 24 अक्टूबर को भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले वर्ल्ड टी-20 मैच को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पाकिस्तान कश्मीर में मासूम लोगों की और जवानों की जान ले रहा है और यहां क्रिकेट का मैच खेला जा रहा है।
एआईएमआईएम मुख्यालय दारुस्सलाम में ईद मिलाद-उन-नबी की पूर्व संध्या पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "पाकिस्तान कश्मीर में भारतीय लोगों के जिंदगी के साथ टी-20 खेल रहा है। नियमित आतंकवादी हमलों के बीच हम वहां उनके खिलाफ मैच कैसे खेल सकते हैं?"उन्होंने याद किया कि कैसे प्रधानमंत्री मोदी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की "पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के साथ बिरयानी साझा करने के लिए आलोचना की थी, जब भारतीय जवान सीमाओं पर शहीद हो रहे थे।"ओवैसी ने यह भी आरोप लगाया कि कश्मीर में लक्षित हत्याएं मोदी सरकार द्वारा आतंकवाद की नीति की कमी का परिणाम है। उन्होंने सरकार के इस दावे पर सवाल उठाया कि कश्मीर में समस्याएं अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के साथ समाप्त हो गई हैं।
कश्मीर में बिहार के मजदूरों की मौत का जिक्र करते हुए उन्होंने हैरानी जताई कि खुफिया एजेंसियां और गृह मंत्री अमित शाह क्या कर रहे हैं।
एआईएमआईएम नेता ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर चुप्पी के लिए भी पीएम मोदी पर निशाना साधा।
ओवैसी ने कहा, "वह ईंधन की आसमान छूती कीमतों पर चुप हैं। पेट्रोल और डीजल की कीमत 100 के निशान पर पहुंच गई है, फिर भी उन्होंने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है।"
ओवैसी ने चीनी सेना के भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने और कथित कब्जा करने पर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर भी सवाल उठाया। उन्होंने पूछा, "वह चीन का नाम लेने से भी क्यों डरते हैं।"
एआईएमआईएम ने देश में मुसलमानों की स्थिति पर भी चिंता व्यक्त की।
प्रेस मीट में, उन्होंने इस बात पर भी चर्चा की कि कैसे मुसलमानों के बीच अवसरों की कमी है और कोई अंतर-गतिशीलता नहीं है। उनके मुताबिक हिंदुत्व की वजह से उनके हिंदू दोस्तों और बिजनेस पार्टनर्स ने उनसे दूरी बना ली है।
हालांकि, ओवैसी ने मुसलमानों को उम्मीद न खोने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि उन्हें अपना जोश बनाए रखना चाहिए और साहस के साथ स्थिति का सामना करना चाहिए।
उन्होंने युवाओं से आत्मनिरीक्षण करने और सभी सामाजिक बुराइयों से खुद को दूर रखने का आह्रान भी किया। ओवैसी ने युवाओं को अपने चरित्र निर्माण, दहेज लेने से परहेज करने और गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने का आग्रह भी किया।