नई दिल्ली (अनवार अहमद नूर ) दिल्ली दंगों में जिस तरीके से हिंसा और आगजनी हुई। उसमें बहुत सारे लोग प्रभावित हुए। कई लोगों ने अपनी आंखें खो दी तो कई ने अपनी याददाश्त। ऐसे ही मरीज़ों में लोनी (उत्तर प्रदेश) के शाहरुख हैं और शिव विहार दिल्ली के मोहम्मद वकील हैं जिनकी आंखों में दंगों में तेज़ाब डाल दिया गया था। ये सभी आज जमीयत उलमा ए हिंद के केंद्रीय कार्यालय नई दिल्ली पहुंचे। उसके बाद इन्हें ईलाज के लिए ट्रेन से मद्रास रवाना किया गया। यहाँ जमीयत उलमा ए हिंद के महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी, मौलाना गय्यूर क़ासमी सहित कई अन्य लोग भी मौजूद रहे। इन दोनों पीड़ितों से जब शांति मिशन ने बातचीत की तो बड़ी दर्दनाक स्थिति सामने आयी।
मोहम्मद वकील ने बताया कि दंगाइयों ने उसकी आँखों में तेज़ाब फेंक दिया। जिससे उसकी आंखें समाप्त हो गईं। लगातार ईलाज कराने के बाद भी ठीक नहीं हो रही हैं। अब जमीयत उलमा ए हिंद उन्हें ईलाज के लिए मद्रास भेज रही है। शाहरुख जो अभी नौजवान है और फेरी लगाने का करता था जब वह कसाबपुरा से लौट रहा था तो उस पर हमला कर दिया गया। और सिर व आंखों पर बहुत चोट आने से उसकी दोनों आंखों की रोशनी चली गई और याददाश्त भी लगभग समाप्त हो गई है। शाहरुख को भी ईलाज के लिए मद्रास भेजा जा रहा है। शाहरुख ने कहा कि जमीयत उलमा ए हिंद ने उसकी मदद की है।
ज्ञात रहे कि जमीयत उलमा ए हिंद लगातार लोगों की मदद कर रही है। शिव विहार में लोगों के पुनर्वास और रोजगार देने का बड़ा कार्य जमीयत ने अंजाम दिया है। एक पूरी टायर मार्केट जिसे दंगाइयों ने आग के हवाले कर दिया था उसे जमीयत ने पुनर्स्थापित किया है।