रियाद। सऊदी अरब ने घातक कोरोनावायरस के खिलाफ एहतियाती कदम उठाते हुए मक्का और मदीना के पवित्र स्थलों में खाड़ी देशों के नागरिकों के प्रवेश पर अस्थायी रूप से रोक लगाने की घोषणा की है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, सऊदी विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि अस्थायी प्रतिबंध के अंतर्गत खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के नागरिक नहीं आते हैं जो लगातार 14 दिनों से किंगडम में हैं और उनमें कोरोनावायरस संक्रमण के लक्षण नहीं दिखाई दिए हैं और उमरा करने या पैगंबर की मस्जिद का दौरा करने की इच्छा रखते हैं।
ऐसे जीसीसी नागरिक परमिट पाने के लिए हज मंत्रालय और उमरा की वेबसाइट के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। सऊदी अरब की सरकार ने पुष्टि की है कि वह वायरस के प्रसार और उसके नतीजों पर करीबी नजर बनाए हुए हैं। इसने कहा कि एहतियाती कदमों की समीक्षा की जा रही है और अतिरिक्त उपाय किए जाएंगे।
मेरठ:-भारतीय संस्कृति और सभ्यता को मुस्लिमों से नहीं ऊंच-नीच करने वाले षड्यंत्रकारियों से खतरा। Raju Gadre राजुद्दीन गादरे सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता ने भारतीयों में पनप रही द्वेषपूर्ण व्यवहार आपसी सौहार्द पर अफसोस जाहिर किया और अपने वक्तव्य में कहा कि देश की जनता को गुमराह कर देश की जीडीपी खत्म कर दी गई रोजगार खत्म कर दिये महंगाई बढ़ा दी शिक्षा से दूर कर पाखंडवाद अंधविश्वास बढ़ाया जा रहा है। षड्यंत्रकारियो की क्रोनोलोजी को समझें कि हिंदुत्व शब्द का सम्बन्ध हिन्दू धर्म या हिन्दुओं से नहीं है। लेकिन षड्यंत्रकारी बदमाशी करते हैं। जैसे ही आप हिंदुत्व की राजनीति की पोल खोलना शुरू करते हैं यह लोग हल्ला मचाने लगते हैं कि तुम्हें सारी बुराइयां हिन्दुओं में दिखाई देती हैं? तुममें दम है तो मुसलमानों के खिलाफ़ लिख कर दिखाओ ! जबकि यह शोर बिलकुल फर्ज़ी है। जो हिंदुत्व की राजनीति को समझ रहा है, दूसरों को उसके बारे में समझा रहा है, वह हिन्दुओं का विरोध बिलकुल नहीं कर रहा है ना ही वह यह कह रहा है कि हिन्दू खराब होते है और मुसलमान ईसाई सिक्ख बौद्ध अच्छे होते हैं! हिंदुत्व एक राजनैतिक शब्द है !...