भारत में नमस्ते ट्रंप' को लेकर विशाल स्वागत कार्यक्रम किया गया था. लेकिन इस आयोजन के बाद पाकिस्तान ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान को अपने पक्ष में बताया था. पाकिस्तान की इमरान सरकार के मंत्रियों ने ट्रंप के बयान की अपने तरह से व्याख्या की थी. ट्रंप के यात्रा के दो दिन बाद पाकिस्तान अपने ही बयान से पलट गया है. भारत और अमेरिका के रक्षा सौदों से उसकी नींद उड़ गई है. इसने पाकिस्तान की बेचैनी को बढ़ा दी है. पाकिस्तान की सरकार जो ट्रंप के बयान पर अपनी पीठ थपथपा रही थी वह अचानक यूटर्न ले ली. आखिर उसकी चिंता की क्या है बड़ी वजह. रक्षा सौदे से पाकिस्तान क्यों धबड़ाया. आखिर क्या है AH-64E अपाचे और एमएच -60 रोमियो हेलिकॉप्टर. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि भारत और अमेरिका के बीच हाल में हुए रक्षा सौदे ने पाकिस्तान की बेचैनी बढ़ा दी है. पाकिस्तान ने कहा इससे दोनों देशों के बीच हथियारों की होड़ बढ़ेगी. अमेरिका और भारत के बीच तीन अरब डाॅलर रक्षा सौदे पर पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने अपनी बड़ी चिंता जाहिर की है. ट्रंप की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच हुए अरबों डॉलर के रक्षा करार पर पाकिस्तान को आपत्ति है. पाकिस्तान कई बार अंतरराष्ट्रीय समुदाय से क्षेत्र में हथियारों की होड़ को लेकर अपनी चिंता जता चुका है.इस समय आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान ने नमस्ते ट्रंप पर बहुत सधी हुई प्रतिक्रिया दी थी. उसने दावा किया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पाकिस्तान के साथ बेहतर रिश्तों की बात की है. पाकिस्तानी मीडिया ट्रंप के भाषण के इन बातों का जिक्र न करते हुए पाकिस्तान समर्थक बताकर उसका प्रचार कर रहा है. पाक मीडिया के अनुसार, ट्रंप ने अपने भाषण में पाकिस्तान की तारीफ की है.पाकिस्तान सरकार ने बड़ी चतुराई से इस्लामिक कट्टरवाद से अपने आपको अलग कर लिया, जबकि भारत पाकिस्तान में पोषित आतंकवाद से पीडि़त है. ट्रंप का इशारा उस ओर ही था, लेकिन पाकिस्तान ने उसकी पूरी तरह से अनदेखी की.