नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय ने राजदूतों की तैनाती में बड़ा फेरबदल करते हुए तरनजीत सिंह संधू को वॉशिंगटन डीसी, जावेद अशरफ को फ्रांस और रवीश कुमार को ऑस्ट्रिया भेज रहा है।संधू वर्तमान में श्रीलंका जबकि अशरफ सिंगापुर के उच्चायुक्त हैं। वहीं रवीश कुमार नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हैं।यह तबादले ऐसे समय में हुए हैं, जब भारत मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में लिए गए कई बड़े फैसलों के कारण अंतर्राष्ट्रीय समाचारों में बना हुआ है।
केंद्र सरकार को जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद-370 को निरस्त कर राज्य के पुनर्गठन, कश्मीर में मोबाइल इंटरनेट पर प्रतिबंध और राजनेताओं की नजरबंदी के मुद्दे पर पश्चिमी मीडिया से नाराजगी झेलनी पड़ी है।
भाजपा सरकार को फिलहाल नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) पर देशभर में व्यापक विरोध का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें पड़ोसी देशों बांग्लादेश, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से धार्मिक उत्पीड़न का सामना करने वाले अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता प्रदान करने का प्रावधान है।
पश्चिम में अपने प्रमुख व्यापारिक भागीदारों के बीच भारत की आर्थिक मंदी भी एक प्रमुख चिंता का विषय है।
मेरठ:-भारतीय संस्कृति और सभ्यता को मुस्लिमों से नहीं ऊंच-नीच करने वाले षड्यंत्रकारियों से खतरा। Raju Gadre राजुद्दीन गादरे सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता ने भारतीयों में पनप रही द्वेषपूर्ण व्यवहार आपसी सौहार्द पर अफसोस जाहिर किया और अपने वक्तव्य में कहा कि देश की जनता को गुमराह कर देश की जीडीपी खत्म कर दी गई रोजगार खत्म कर दिये महंगाई बढ़ा दी शिक्षा से दूर कर पाखंडवाद अंधविश्वास बढ़ाया जा रहा है। षड्यंत्रकारियो की क्रोनोलोजी को समझें कि हिंदुत्व शब्द का सम्बन्ध हिन्दू धर्म या हिन्दुओं से नहीं है। लेकिन षड्यंत्रकारी बदमाशी करते हैं। जैसे ही आप हिंदुत्व की राजनीति की पोल खोलना शुरू करते हैं यह लोग हल्ला मचाने लगते हैं कि तुम्हें सारी बुराइयां हिन्दुओं में दिखाई देती हैं? तुममें दम है तो मुसलमानों के खिलाफ़ लिख कर दिखाओ ! जबकि यह शोर बिलकुल फर्ज़ी है। जो हिंदुत्व की राजनीति को समझ रहा है, दूसरों को उसके बारे में समझा रहा है, वह हिन्दुओं का विरोध बिलकुल नहीं कर रहा है ना ही वह यह कह रहा है कि हिन्दू खराब होते है और मुसलमान ईसाई सिक्ख बौद्ध अच्छे होते हैं! हिंदुत्व एक राजनैतिक शब्द है !...