Madhya Pradesh News न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए किसान को इस बार वो तीन तारीखें भी बतानी होंगी, जिनमें अनाज लेकर वह खरीदी केंद्र पर आएगा। इसके साथ ही संभावित मात्रा की जानकारी भी देनी होगी। सरकारी खरीदी केंद्रों पर गेहूं बेचने के लिए किसानों का पंजीयन शनिवार (एक फरवरी) से 28 फरवरी तक होगा। पहले से ई-उपार्जन पोर्टल पर दर्ज किसानों को भी नए सिरे से पंजीयन कराना होगा। इस बार प्रति क्विंटल गेहूं एक हजार 925 रुपए के हिसाब से खरीदा जाएगा।प्रदेश में गेहूं का रकबा इस बार 25 से 30 प्रतिशत बढ़कर लगभग 115 लाख हेक्टेयर हो गया है। उत्पादन भी बंपर होने की संभावना है। इसे देखते हुए 100 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा गेहूं खरीदी की तैयारी की जा रही है। हालांकि, गोदाम पहले से ही भरे होने की वजह से सरकार ने लगभग 30 लाख मीट्रिक टन क्षमता के ओपन केप बनाकर भंडारण की व्यवस्था बनाने की रणनीति बनाई है।खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन एक से 28 फरवरी तक होगा। पहले से पंजीकृत किसानों को पोर्टल पर जाकर अपने रिकॉर्ड में उपज बेचने की तीन संभावित तारीख और विक्रम की मात्रा की जानकारी दर्ज करनी होगी। नए किसानों को बैंक खाता, मोबाइल नंबर, खेती का रकबा बताना होगा।किसान के रकबे की पुष्टि राजस्व विभाग द्वारा गिरदावरी एप में दर्ज रिकॉर्ड से होगी। इसको लेकर किसान यदि आपत्ति उठाता है तो उसका निराकरण राजस्व विभाग से संपर्क करके करना होगा। संतुष्ट होने के बाद ही पंजीयन प्रक्रिया पूरी होगी। पंजीयन एमपी किसान एप, ई-उर्पाजन मोबाइल एप, ई-उपार्जन पोर्टल और खरीदी करने वाली संस्था के मुख्यालय जाकर पंजीयन किया जा सकता है।