सेंट सोल्जर स्कूल में दादा-दादी दिवस समारोह का आयोजन किया गया। “भारतीय त्यौंहार” थीम के अन्तर्गत बच्चों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देते हुए सबका मन मोह लिया। मुख्याअधपिका श्रीमती मनीष मिश्रा ने दादा-दादी का अभिवादन करते हुऐ कहा “आप सक बी उपस्थिति न केवल इस समारोह की सफलता के लिए महतवपूर्ण है बल्कि आप सब का आर्शीवाद हमारे विद्यालय एंव बच्चों की उन्नति के लिए बहुत मायने रखता है” आपकी उपस्थिति हमारा सौभाग्य है। बच्चों के बंगाली, राजस्थानी, हरियाणवी एवं पंजाबी नृत्यों ने सबके पैरों को थिरकने पर मजबूर कर दिया। समारोह में लघु नाटिका की भी प्रस्तुत की गई। जिसके माध्यम से यह दर्शाने का प्रयास किया गया कि जहां माता-पिता व्यस्त होने के कारण बच्चों को समय नहीं दे पाते, ऐसे में दादा-दादी बच्चों की परवरिश में अहम् भूमिका निभाते हैं। इसके उपरान्त दादा-दादी के लिए कुछ मनोरंजक खेल भी आयोजित किए गए। विजेता दादा-दादी को सम्मान स्वरूप तोहफा देकर सम्मानित किया गया।
सेल्फी स्थान भी समारोह का विशेष आर्कषण का केन्द्र रहा। बच्चों ने अपने अभिभावकों संग सेल्फी लेकर अपनी यादों के रूप में संजोकर रखा।
मेरठ:-भारतीय संस्कृति और सभ्यता को मुस्लिमों से नहीं ऊंच-नीच करने वाले षड्यंत्रकारियों से खतरा। Raju Gadre राजुद्दीन गादरे सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता ने भारतीयों में पनप रही द्वेषपूर्ण व्यवहार आपसी सौहार्द पर अफसोस जाहिर किया और अपने वक्तव्य में कहा कि देश की जनता को गुमराह कर देश की जीडीपी खत्म कर दी गई रोजगार खत्म कर दिये महंगाई बढ़ा दी शिक्षा से दूर कर पाखंडवाद अंधविश्वास बढ़ाया जा रहा है। षड्यंत्रकारियो की क्रोनोलोजी को समझें कि हिंदुत्व शब्द का सम्बन्ध हिन्दू धर्म या हिन्दुओं से नहीं है। लेकिन षड्यंत्रकारी बदमाशी करते हैं। जैसे ही आप हिंदुत्व की राजनीति की पोल खोलना शुरू करते हैं यह लोग हल्ला मचाने लगते हैं कि तुम्हें सारी बुराइयां हिन्दुओं में दिखाई देती हैं? तुममें दम है तो मुसलमानों के खिलाफ़ लिख कर दिखाओ ! जबकि यह शोर बिलकुल फर्ज़ी है। जो हिंदुत्व की राजनीति को समझ रहा है, दूसरों को उसके बारे में समझा रहा है, वह हिन्दुओं का विरोध बिलकुल नहीं कर रहा है ना ही वह यह कह रहा है कि हिन्दू खराब होते है और मुसलमान ईसाई सिक्ख बौद्ध अच्छे होते हैं! हिंदुत्व एक राजनैतिक शब्द है !...