नई दिल्ली/रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कराने वाले महागठबंधन के बीच सरकार में भागीदारी को लेकर सहमति बन गई है। झारखंड के मनोनीत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच बुधवार शाम हुई मुलाकात में यह सहमति बनी।सोनिया और सोरेन की मुलाकात में जो सहमति बनी है, उसके मुताबिक झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के हिस्से मुख्यमंत्री के अलावा पांच मंत्री पद आएंगे और कांग्रेस को भी पांच मंत्री पद मिलेंगे जबकि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की तरफ से एक मंत्री बनाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि राजद इस चुनाव में एक सीट ही जीत पाया है।
गौरतलब है कि हेमंत सोरेन 29 दिसंबर को रांची के मोहराबादी मैदान में एक भव्य शपथग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उन्होंने शपथ ग्रहण समारोह के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को न्यौता दिया और सोनिया ने उनके न्यौते को स्वीकार कर लिया। कांग्रेस अध्यक्ष से सोरेन की मुलाकात के दौरान झारखंड के कांग्रेस प्रभारी आर.पी.एन. सिंह भी मौजूद थे।
इससे पहले रांची में मंगलवार को दिनभर गठबंधन दलों के बीच सरकार में हिस्सेदारी को लेकर चर्चा हुई थी। झारखंड कांग्रेस के एक बड़े नेता ने आईएनएस को बताया, कांग्रेस ने पांच मंत्री पद के साथ ही विधानसभा अध्यक्ष का पद मांगा, जिस पर झामुमो ने सहमति जताई है।
इस लिहाज से झामुमो को मुख्यमंत्री के अलावा पांच मंत्री पद मिलेंगे। जबकि राजद को एक मंत्री पद मिलेगा। लेकिन यदि बाबूलाल मरांडी की झारखंड विकास मोर्चा को भी मत्रिमंडल में जगह देनी पड़ी तो कांग्रेस के कोटे में एक मंत्री पद कम हो जाएगा। उसके अलावा निगम का अध्यक्ष पद देकर भी सहयोगी दलों को मनाया जा सकता है।
इससे पहले रांची में मंगलवार को दिनभर गठबंधन दलों के बीच सरकार में हिस्सेदारी को लेकर चर्चा हुई थी। झारखंड कांग्रेस के एक बड़े नेता ने आईएनएस को बताया, कांग्रेस ने पांच मंत्री पद के साथ ही विधानसभा अध्यक्ष का पद मांगा, जिस पर झामुमो ने सहमति जताई है।
इस लिहाज से झामुमो को मुख्यमंत्री के अलावा पांच मंत्री पद मिलेंगे। जबकि राजद को एक मंत्री पद मिलेगा। लेकिन यदि बाबूलाल मरांडी की झारखंड विकास मोर्चा को भी मत्रिमंडल में जगह देनी पड़ी तो कांग्रेस के कोटे में एक मंत्री पद कम हो जाएगा। उसके अलावा निगम का अध्यक्ष पद देकर भी सहयोगी दलों को मनाया जा सकता है।