श्रीराम मंदिर के पक्ष में सुप्रीम फैसले सहित कचहरी सीरियल ब्लास्ट के आरोपियों पर 20 दिसंबर को फैसला सुनाए जाने की तिथि तय होने व नागरिकता संशोधन बिल पारित होने के बाद एक बार फिर अयोध्या की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सभी प्रवेश मार्ग पर सुरक्षा कर्मियों को बढ़ा दिए जाने के साथ राम मंदिर निर्माण कार्यशाला में बुलेटप्रूफ सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।
राम नगरी अयोध्या आतंकवादियों के निशाने पर रह है, वहीं राम मंदिर के पक्ष में आए फैसले के बाद अयोध्या को बेहद संवेदनशील क्षेत्र में रखा गया है। सूत्रों से प्राप्त इनपुट को देखते हुए अब अयोध्या की सुरक्षा को स्थाई रूप दिया जा रहा है। राम मंदिर निर्माण को लेकर ट्रस्ट बनाने की प्रक्रिया जैसे जैसे नजदीक आते जा रहे वैसे ही जिला प्रशासन अयोध्या की सुरक्षा पुख्ता करने जुटा हुआ है। आज राम मंदिर निर्माण कार्यशाला में नए सिरे से सुरक्षा व्यवस्था लगाई जा रही है। आज कार्यशाला में नए बंकर ( सैंडबैग मोर्चा ) बनाकर बड़ी संख्या में सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए, वहीं राम कथा कुंज के लिए रामायण के प्रसंगों पर तैयार हो रही प्रतिमाओं की सुरक्षा के लिए राम सेवकपुरम में भी सुरक्षा के जवान लगाए गए है। जवानों को बुलेट प्रूफ जैकेट, कैमरा लेस, सेंडबैग मोर्चा व रात्रि के लिए टॉर्च व अन्य सुरक्षा संबंधी उपकरण के साथ तैनात किया गया है, इसके साथ ही कार्यशाला में गाइडों के प्रवेश पर रोक लगा दिया गया है।
एसएसपी आशीष तिवारी ने अयोध्या की सुरक्षा को लेकर बताया कि फैसले के दौरान पूरे जनपद में फोर्स लगाई गई थी लेकिन अब नए प्लान के तहत शहर में उन सुरक्षा कर्मियों शहर के मुख्य स्थान राम कोट , कनकभवन , हनुमान गढ़ी, कारसेवकपुरम, कार्यशाला, रामसेवकपुरम सहित सभी एंट्री पॉइंट पर तैनाती की गई है, वहीं अभी राम कोट क्षेत्र में लगे बैरिंग केटिंग भी नही हटाई गई हैं। आवश्यकता पड़ी तो और भी बैरिंगकेटिंग बढ़ाते रहेंगे। उन्होंने बताया कि अयोध्या की सुरक्षा को देखते हुए इनपुट को लेकर शेयर नहीं किया जा सकता है लेकिन किसी भी घटना से निपटने के लिए फोर्स को लगाया गया है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इन सभी स्थानों पर लगे जवानों को बुलेट प्रूफ जैकेट दिया गया है और शासन स्तर पर और भी बुलेटप्रुफ जैकेट मांगा गया है।