फरीदकोट: श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले में सीबीआई ने दोबारा अपनी जांच शुरू कर दी है। इसी के तहत आज दिल्ली से आई सी.बी.आई. की 6 सदस्यीय टीम ने गांव बरगाड़ी व बजु जवाहर सिंह वाला में गुरुद्वारा साहिब से ग्रंथी व अन्य तीन लोगों से पूछताछ की। जिक्रयोग है कि 1 जून 2015 को यहां के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब चोरी कर लिया गया था जिसको लेकर पुलिस की तरफ से मामला दर्ज किया गया था, लेकिन काफी मशक्कत के पश्चात पुलिस इसका पता नहीं लगा पाई थी। इसके पश्चात 12 अक्तूबर को गांव बरगाड़ी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पन्ने फटे हुए गलियों में मिले थे,जिसको लेकर संगत में आक्रोष फैल गया था। इसी के चलते 14 अक्तूबर को कोटकपूरा व बहिबल में संगत व पुलिस में झड़प के पश्चात पुलिस की गोली से दर्जनों घायल व दो व्यक्तियों की मौत हो गई थी। पंजाब सरकार ने गुरु गं्रथ साहिब की बेअदबी व चोरी के मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी। मंगलवार को सीबीआई की टीम ने ग्रंथी गोरा सिंह, कैशीयर बीबी प्रीतम कौर व रणजीत सिंह नामी व्यक्तियों से गुरुद्वारा साहिब में 2 घंटे तक पूछताछ की। गौरतलब है कि कुछ महीने पहले सीबीआई ने मानयोग अदालत में अपनी कलोजर रिपोर्ट पेश करने की सूरत में मानयोग अदालत में अर्जी देकर मामला क्लोज करने के लिए अपना पक्ष पेश किया था जिसके उपरांत सीबीआई की कारगुजारी पर सवालिया निशान लग रहे थे और सीबीआई की जांच को अधूरा कहा जा रहा था। अब सी.बी.आई ने अदालत में अर्जी देकर इस मामले को दोबारा शुरु करने की अर्जी पेश की गई थी, इसके पश्चात सीबीआई टीम दोबारा जांच के लिए पहुंची है। इस संबंध में ग्रंथी गोरा सिंह व अन्य दोनों गवाहों ने कहा कि गुरुद्वारा साहिब में सरूप चोरी होने के बारे में उन्हों ने अपने बयान पहले भी सीबीआई को दिए थे। ग्रंथी गोरा सिंह ने कहा कि जब यह दुर्भागयपूर्ण घटना घटी व पाठ कर रहा था,उसको चोरी का बाद में पता चला । उन्होंने बताया कि वह पुलिस , सिट व जांच कमीशन के सामने भी अपने बयान दर्ज करवा चुका है।
मेरठ:-भारतीय संस्कृति और सभ्यता को मुस्लिमों से नहीं ऊंच-नीच करने वाले षड्यंत्रकारियों से खतरा। Raju Gadre राजुद्दीन गादरे सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता ने भारतीयों में पनप रही द्वेषपूर्ण व्यवहार आपसी सौहार्द पर अफसोस जाहिर किया और अपने वक्तव्य में कहा कि देश की जनता को गुमराह कर देश की जीडीपी खत्म कर दी गई रोजगार खत्म कर दिये महंगाई बढ़ा दी शिक्षा से दूर कर पाखंडवाद अंधविश्वास बढ़ाया जा रहा है। षड्यंत्रकारियो की क्रोनोलोजी को समझें कि हिंदुत्व शब्द का सम्बन्ध हिन्दू धर्म या हिन्दुओं से नहीं है। लेकिन षड्यंत्रकारी बदमाशी करते हैं। जैसे ही आप हिंदुत्व की राजनीति की पोल खोलना शुरू करते हैं यह लोग हल्ला मचाने लगते हैं कि तुम्हें सारी बुराइयां हिन्दुओं में दिखाई देती हैं? तुममें दम है तो मुसलमानों के खिलाफ़ लिख कर दिखाओ ! जबकि यह शोर बिलकुल फर्ज़ी है। जो हिंदुत्व की राजनीति को समझ रहा है, दूसरों को उसके बारे में समझा रहा है, वह हिन्दुओं का विरोध बिलकुल नहीं कर रहा है ना ही वह यह कह रहा है कि हिन्दू खराब होते है और मुसलमान ईसाई सिक्ख बौद्ध अच्छे होते हैं! हिंदुत्व एक राजनैतिक शब्द है !...